Category: अधिवक्ता एवं बार काउंसिल
इलाहाबाद हाईकोर्ट का विवादित बयान: “पीड़िता ने खुद बुलाई मुसीबत”, आरोपी को दी गई जमानत
प्रयागराज स्थित इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने हाल ही में एक बलात्कार के मामले में आरोपी को जमानत देते हुए ऐसा बयान दिया है, जो सार्वजनिक और कानूनी हलकों में बहस का विषय बन गया है। अपने आदेश में न्यायालय ने कहा कि पीड़िता, जो एक शिक्षित युवती है, ने अपने व्यवहार और निर्णयों से स्वयं […]
Continue Readingमध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने वरिष्ठ अधिवक्ता को अदालत में दुर्व्यवहार पर जारी किया कारण बताओ नोटिस
9 अप्रैल 2025 एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने एक वरिष्ठ अधिवक्ता को न्यायालय कक्ष में अनुचित आचरण के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। न्यायालय ने यह कदम उस स्थिति में उठाया जब अधिवक्ता ने न्यायिक प्रक्रिया के दौरान अनुशासनहीनता दिखाई, जिसे न्यायालय ने गंभीरता से लिया। न्यायालय ने अपने […]
Continue Readingदिल्ली उच्च न्यायालय की स्थापना: न्यायिक इतिहास की एक अहम कड़ी
दिल्ली उच्च न्यायालय की स्थापना 31 अक्टूबर 1966 को हुई थी, जो भारत की न्यायिक व्यवस्था में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर मानी जाती है। इससे पहले, दिल्ली पर लाहौर उच्च न्यायालय का अधिकार क्षेत्र था, जिसे 21 मार्च 1919 के लेटर्स पेटेंट द्वारा स्थापित किया गया था। यह स्थिति भारत की स्वतंत्रता तक बनी […]
Continue Readingसुप्रीम कोर्ट में लंबित मामलों की समीक्षा में प्रगति: फरवरी 2025 में 400 से अधिक पुराने मामले निपटाए गए
सुप्रीम कोर्ट में मामलों के तेजी से निपटान के उद्देश्य से चल रहे पेंडेंसी प्रोजेक्ट को फरवरी 2025 में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। Centre for Research and Planning (CRP) द्वारा किए गए विश्लेषण के तहत, कोर्ट के चार नियमित कार्यदिवसों में 128 पुराने, संक्षिप्त या निष्प्रभावी आपराधिक और दीवानी मामलों की पहचान की गई, जिन्हें […]
Continue Readingन्यायपालिका की स्वतंत्रता और विधि शासन पर हमले अस्वीकार्य” – अमेरिकी बार संघ के समर्थन में यूरोपीय अधिवक्ताओं का संयुक्त वक्तव्य
लंदन – इंग्लैंड और वेल्स के बार काउंसिल ने एक नए काउंसिल ऑफ बार्स एंड लॉ सोसाइटीज़ ऑफ यूरोप (CCBE) वक्तव्य का समर्थन किया है, जिसने पूरे यूरोप की कानूनी बिरादरी को एकजुट कर दिया है। यह वक्तव्य 10 लाख से अधिक अधिवक्ताओं का प्रतिनिधित्व करता है और अमेरिकन बार एसोसिएशन (ABA) तथा अमेरिका के […]
Continue ReadingInternational Day of Conscience: अंत:करण की जागरूकता और वैश्विक शांति की ओर एक पहल
5 अप्रैल को हर वर्ष मनाया जाने वाला International Day of Conscience एक ऐसा अवसर है, जो मानव समाज को अपने अंतरात्मा की आवाज़ सुनने और नैतिकता के आधार पर कार्य करने की प्रेरणा देता है। यह दिवस उन सार्वभौमिक मूल्यों की याद दिलाता है, जिनके माध्यम से एक शांतिपूर्ण, समावेशी और न्यायसंगत समाज की […]
Continue Readingभारत का अग्रणी विधि संस्थान: NLSIU, बेंगलुरु
बेंगलुरु, भारत | विशेष रिपोर्ट: भारत की विधिक शिक्षा प्रणाली में एक क्रांतिकारी परिवर्तन की नींव नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (NLSIU) के साथ रखी गई थी, जो देश का पहला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना वर्ष 1986 में की गई थी और इसका उद्देश्य था — विधिक शिक्षा में सुधारों का नेतृत्व […]
Continue Readingचिंतन योग्य प्रवृत्ति: दोष सिद्ध होने के बाद वकीलों की भूमिका पर प्रश्न उठाना बढ़ता चलन विशेष रिपोर्ट
हाल के वर्षों में यह देखा गया है कि कुछ मामलों में दोष सिद्ध होने के पश्चात अभियुक्त यह कहते हुए पुनर्विचार की मांग कर रहे हैं कि उन्हें उनके पूर्व अधिवक्ताओं से अपेक्षित स्तर की सहायता नहीं मिली। यह प्रवृत्ति न्यायिक प्रक्रिया के भीतर एक नवीन और विचारणीय पक्ष के रूप में उभर रही […]
Continue Readingबार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा वकीलों और कानूनी प्रभावशाली व्यक्तियों के अनैतिक प्रचार की कड़ी निंदा
बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने 17 मार्च 2025 को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर, अधिवक्ताओं और सोशल मीडिया पर सक्रिय लीगल इंफ्लुएंसर्स द्वारा किए जा रहे भ्रामक प्रचार और अनैतिक गतिविधियों पर गंभीर चिंता व्यक्त की। बीसीआई ने स्पष्ट किया कि भारत में अधिवक्ताओं को अपने पेशे का प्रचार करने की अनुमति नहीं है, […]
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